शुभअशुभ
Shubh Ashubh
Quotes, Status
शुभ कार्य करने का जब भाव बने उसके शुभारंभ का वही श्रेष्ठ महर्त है।
अज्ञात
Agyat
समाधि में ही साक्षात्कार होता है। समाधि के एक क्षण की तुलना में पठन, पाठन और मनन का सहस्र वर्ष भी नहीं ठहरता।
डॉ. संपूर्णानंद
Dr. Sampurnanand
जिसका मन काम में लिप्त नहीं है, जो घृणा से प्रभावित नहीं है, जिसने शुभ और अशुभ दोनों का परित्याग किया है, ऐसे जागरूक व्यक्ति को कोई भय नहीं होता।
भगवान बुद्ध
Bhagwan Budha