खैरात में मिली हुई खुशी हमे पसंद नही है, क्यूंकि हम गम में भी नवाब की तरह जीते है..
इस शहर की हवा तक हमारे खिलाफ नही चल सकती.. तो फिर दूश्मन कि हैसियत ही क्या है..
मुकाम वो चाहिए की जिस दिन भी हारु, उस दिन जीतने वाले से ज्यादा मेंरे चर्चे हो..
नवाबो के तो शौक गंदे होते हैं, अरे हम तो दिल के बादशाह हैं, जो सुनते भी दिल की है और करते भी दिल की हैं..
तू हमारी क्या बराबरी करेगी ए पगली.. हम तो न्यूज भी डीजे पर सुनते हें..
शेर को सवा शेर कहीं ना कहीं ज़रूर मिलता हैं.. और रही बात हमारी तो हम तो बचपन से ही सवा शेर हैं..
मेरा स्टेटस तेरे मोबाइल में दिख जाये इतनी तेरी मोबाइल की ओकात नहीं..
हम जिस शहर के राजा हे वहाँ की दीवार दीवार पर लिखा हे, कि कानून का आना जाना मना है।
एक दिन ßhai इतना Famous होगा की लोग, ßhai को Facebook पे नहीं Google पे सचॅ करेंगे..
उसका रुप भले ही लाखो मे एक हो पर मेरा कमिनापन करोडो मे एक है..